नमस्कार दोस्तों, आज हम लेकर आए हैं। एक ऐसे महापुरुष के अनमोल विचार Jawahar Lal Nehru Quotes in Hindi - जवाहरलाल नेहरू के अनमोल विचार
जिन्होंने देश और समाज में अपने विचारों और कार्यों के माध्यम से देश और दुनिया को प्रेरित किया और समाज को एक नई दिशा दी। इनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक माने जाते हैं। तो चलिए आपको इनके विचारों से रूबरू कराते हैं। जिन्हें पढ़कर आप सदा प्रेरणा प्राप्त करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
जिन्होंने देश और समाज में अपने विचारों और कार्यों के माध्यम से देश और दुनिया को प्रेरित किया और समाज को एक नई दिशा दी। इनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक माने जाते हैं। तो चलिए आपको इनके विचारों से रूबरू कराते हैं। जिन्हें पढ़कर आप सदा प्रेरणा प्राप्त करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
THIS POST INCLUDES:–
- जवाहर लाल नेहरू :- संक्षिप्त परिचय
- Jawahar Lal Nehru Quotes in Hindi - जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार
- Frequently Asked Questions (FAQS)
- ये भी पढ़ें – अन्य संबंधित सुविचार
जवाहर लाल नेहरू :- संक्षिप्त परिचय
- जन्म - 14 नवम्बर 1889, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश, ब्रिटिश भारत
- पिता - मोतीलाल नेहरू (1861–1931), धनी बैरिस्टर(कश्मीरी पण्डित-सारस्वत कौल ब्राह्मण समुदाय), स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 2 बार अध्यक्ष
- माता- स्वरूपरानी थुस्सू (1868–1938), सुपरिचित कश्मीरी ब्राह्मण परिवार (लाहौर), मोतीलाल की दूसरी पत्नी, प्रथम का प्रसव के दौरान मृत्यु।
- पारिवारिक जीवन (भाई-बहन) - 1.जवाहरलाल, 2.विजया लक्ष्मी, संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष, 3.कृष्णा हठीसिंग लेखिका
- शिक्षा - 1.स्कूली शिक्षा - हैरो, 2.स्नातक - ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज (लंदन), 3. विधि(लॉ) - कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
- जीवनसाथी - कमला नेहरू (विवाह 1916)
- विशेष - 1912 भारत वापसी और वकालत शुरू
- राजनीतिक जीवन - होम रुल लीग में शामिल (1917), असहयोग आंदोलन (1920-1922), इलाहाबाद (नगर निगम अध्यक्ष 1924, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सेवा 2वर्ष), अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव (1926-1928), अध्यक्षता-वार्षिक सत्र (कांग्रेस, 1928-1929), कांग्रेस वार्षिक अधिवेशन (1929 अध्यक्षता लाहौर, पूर्ण स्वराज्य' की मांग), 26 जनवरी 1930 (लाहौर, स्वतंत्र भारत का झंडा फहराया), कांग्रेस अध्यक्ष 1936-1937), भारत छोड़ो आंदोलन में गिरफ्तारी (1942), आजादी के समय ब्रिटिश सरकार के साथ वार्ताओं में महत्त्वपूर्ण भागीदारी (1947), स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (कार्यकाल 15 अगस्त 1947 – 27 मई 1964)
- अंतर्राष्ट्रीय भूमिका - कोरियाई युद्ध का अंत करने, स्वेज नहर विवाद सुलझाने और कांगो समझौते के समाधान के लिए मध्यस्थता की
- साहित्य - 1.पिता के पत्र : पुत्री के नाम - 1929, 2.विश्व इतिहास की झलक (ग्लिंप्सेज ऑफ़ वर्ल्ड हिस्ट्री) - (दो खंडों में) 1933, 3.आत्मकथा मेरी कहानी (ऐन ऑटो बायोग्राफी) - 1936, 4.भारत की खोज (दि डिस्कवरी ऑफ इंडिया) - 1945 (आधारित धारावाहिक भारत एक खोज), 5.राजनीति से दूर, 6.इतिहास के महापुरुष, 7.राष्ट्रपिता, 8.जवाहरलाल नेहरू वाङ्मय (11 खंड)
- सम्मान/पद - भारत रत्न (1955)
- निधन - 27 मई 1964 दिल का दौरा
- समाधि स्थल - शांति वन (गार्डन ऑफ पीस), दिल्ली
Jawahar Lal Nehru Quotes in Hindi - जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार
- विफलता तभी होती है, जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं।
- सफलता उन्हें मिलती है, जो निडर होकर फैसला लेते हैं, और परिणामों से नहीं घबराते।
- जो व्यक्ति अपने गुणों का बखान करता है। वास्तव में वो बहुत कम गुणी होता है।
- आपतियां हमें आत्म-ज्ञान कराती हैं। ये हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं?
- जब तक आपके पास संयम और धैर्य नही हैं। तब तक आपके सपने राख में मिलते रहेंगे।
- वह व्यक्ति, जिसे वो सब मिल जाता है। जो वो चाहता था। वह हमेशा शांति और व्यवस्था के पक्ष में होता है।
- लोकतंत्र अच्छा है। मैं ऐसा इसलिए कहता हूं, क्योंकि अन्य प्रणालियां इससे बदतर हैं।
- एक महान कार्य में लगन और कुशल पूर्वक काम करने पर भी, भले ही उसे तुरंत पहचान न मिले, अंततः सफल जरूर होता है।
- सही शिक्षा से ही समाज की बेहतर व्यवस्था का निर्माण किया जा सकता है।
- हकीकत, हमेशा हकीकत ही रहेगी और आपके नापसंद करने से गायब नहीं होगी।
- सफलता अकसर उन लोगों के पास आती है। जो काम करने की हिम्मत करते हैं। यह शायद ही उन लोगों को मिलती है, जो परिणामों से डरता हैं।
- कार्य के प्रभावी होने के लिए, उसे स्पष्ट लक्ष्य की तरह निर्देशित किया जाना चाहिए।
- ईमानदार और कार्यकुशल बड़े लक्ष्य के लिए काम करते हैं। भले ही उन्हें तुरंत पहचान ना मिले, अंतत: उसका फल मिलता है।
- जीवन में, शायद भय जितना बुरा और खतरनाक कुछ भी नहीं है।
- समाजवाद, न केवल जीने का तरीका है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के निवारण के लिए एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण है।
- किसी भी कार्य को लगन और कुशल पूर्वक करने से ही सफलता मिलती है। सफलता तुरंत नहीं मिलती है, सफलता के लिए इंतजार करना पड़ता है।
- हमारे अंदर सबसे बड़ी कमी यह होती है कि हम चीजों के बारे में बात ज्यादा करते हैं और काम कम करते हैं।
- आप दीवार के चित्रों को बदल कर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते हैं।
- अधिक सावधानी बरतने की नीति भी एक सबसे बड़ा जोखिम होती है।
- दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं? उससे अधिक ये मायने रखता है कि हम वास्तम में क्या हैं?
- हमें थोड़ा विनम्र होना चाहिए। हो सकता है कि सच्चाई शायद पूरी तरह से हमारे साथ न हो।
- महान ध्येय, के प्रयत्न में ही आंनद है, उल्लास है और किसी अंश तक प्राप्ति की मात्रा भी है।
- प्रक्रिया इतनी प्रभावशाली होनी चाहिए। जिससे साफ-साफ अंत का अनुमान लगाया जा सके।
- लोगों की कला उनके मन का सही दर्पण है।
- यह मानव जीवन का एक मौलिक नियम है, कि यदि काम करने का तरीका अच्छा है, तो प्रतिक्रिया भी अच्छी होगी।
- दूसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।
- जाहिर है, दक्षता का सबसे अच्छा प्रकार वह है, जो मौजूदा सामग्री का अधिकतम लाभ उठा सके।
- एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है। जब हम पुराने को छोड़ नए की तरफ जाते हैं। जब एक युग का अंत होता है, और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है।
- एक पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो वे अमीर को और अमीर तथा गरीब को और गरीब बना देती हैं।
- शांति के बिना अन्य सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।
- पूर्ण रूप से, आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय के गहन विचार के लिए ठीक नहीं है।
- सुखी जीवन के लिए, शांतिमय वातावरण का होना आवश्यक है।
- जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ कि किया गया काम सही काम है। तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।
- अज्ञानता, बदलाव से हमेशा डरती है।
- तथ्य, तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।
- अच्छी नैतिक स्थिति में होना, कम से कम उतना ही प्रशिक्षण मांगता है। जितना कि अच्छी शारीरिक स्थिति में होना।
- बहुत ज्यादा सलाह न दें, काम करें। यह एकमात्र सलाह है जिसे आप दूसरों को दे सकते हैं। ऐसा करें और दूसरे भी पालन करेंगे।
- जीवन, ताश के पत्तों के खेल की तरह है। आपके हाथ में जो है वह नियति है, जिस तरह से आप खेलते हैं। वह स्वतंत्र इच्छा है।
- सुझाव देना और बाद में हमने जो कहा उसके नतीजे से बचने की कोशिश करना बेहद आसान है।
- नागरिकता, देश की सेवा में निहित है।
ये भी पढ़ें:–
- लोकतंत्र और समाजवाद, लक्ष्य पाने के साधन हैं। स्वयं में लक्ष्य नहीं।
- बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ा है।
- संकट के समय, हर छोटी चीज मायने रखती है।
- संकट और गतिरोध जब वे होते हैं, तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं।
- समय, वर्षों के बीतने से नहीं मापा जाता, बल्कि किसी ने क्या किया? क्या महसूस किया? और क्या हासिल किया? इससे मापा जाता है।
- महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते।
- एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।
- जीवन, विकास का सिद्धान्त है। स्थिर रहने का नहीं।
- एक नेता या कर्मठ व्यक्ति संकट के समय लगभग हमेशा ही अवचेतन रूप में कार्य करता है और फिर अपने किये गए कार्यों के लिए तर्क सोचता है।
- बच्चे, एक बगीचे में कलियों की तरह होते हैं और उन्हें प्यार से पोषित किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश का भविष्य और कल के नागरिक हैं।
- हम अपनी इच्छा अनुसार, अपने बच्चो को नही बना सकते हैं। हमें उन्हें उसी रूप में स्वीकारना होगा। जिस रूप में भगवान ने हमें दिया है।
- संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।
- एक लीडर, आदमी विपत्ति के समय हमेशा बिना तर्क के काम करता है और फिर अपने द्वारा किये गए कामों के लिए तर्क खोजता है।
- लोगों की कला, उसके उनका दिमाग का सही आईना है।
- सह- अस्तित्व, का केवल एक विकल्प है सह-विनाश।
- पूरी तरह से आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय के गहन विचार के लिए ठीक नही होता है।
- सुझाव देना और बाद में उसके गलत नतीजे से बचकर निकल जाना सबसे आसान है।
ये भी पढ़ें:–
- एक पल आता है, जो इतिहास में बहुत कम आता है। जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं। जब एक युग समाप्त होता है, और जब एक राष्ट्र की आत्मा, लंबे समय से दबी हुई, उच्चारण पाती है।
- हम एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं। जो सुंदरता, आकर्षण और रोमांच से भरी है। हमारे साहसिक कारनामों का कोई अंत नहीं है। बशर्ते हम उन्हें खुली आँखों से खोजें।
- शांति, राष्ट्रों का सम्बन्ध नहीं है। यह एक मन: स्थिति है, जो आत्मा की निर्मलता से आती है। शांति सिर्फ युद्ध का अभाव नहीं है। यह मन की एक अवस्था है।
- चुनाव, जनता को राजनीतिक शिक्षा देने का विश्वविद्यालय है।
- हर एक हमलावर राष्ट्र की यह दावा करने की आदत होती है कि वह अपनी रक्षा के लिए कार्य कर रहा है।
Frequently Asked Questions (FAQS):-
- जवाहरलाल नेहरू का जन्म कब हुआ था?
- इनका जन्म 14 नवम्बर 1889, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश, ब्रिटिश भारत में हुआ था।
- जवाहरलाल नेहरू के माता-पिता का क्या नाम था?
- इनके पिता मोतीलाल नेहरू (1861–1931), धनी बैरिस्टर (कश्मीरी पण्डित-सारस्वत कौल ब्राह्मण समुदाय) से थे। स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 2 बार अध्यक्ष चुने गए थे। माता स्वरूपरानी थुस्सू (1868–1938), सुपरिचित कश्मीरी ब्राह्मण परिवार (लाहौर) से थी। जो कि मोतीलाल की दूसरी पत्नी थी।
- स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
- स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। इनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 – 27 मई 1964 तक था।
- जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस को किस रूप में मनाया जाता है?
- जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस 14 नवंबर को प्रतिवर्ष बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- जवाहरलाल नेहरू ने अपनी आत्मकथा किस नाम से लिखी है?
- जवाहरलाल नेहरू की आत्मकथा "मेरी कहानी" (ऐन ऑटो बायोग्राफी 1936) है।
- जवाहरलाल नेहरू ने प्रसिद्ध किताब भारत की खोज (दि डिस्कवरी ऑफ इंडिया) कब लिखी थी?
- जवाहरलाल नेहरू ने प्रसिद्ध किताब भारत की खोज (दि डिस्कवरी ऑफ इंडिया) 1945 में लिखी थी। जिस पर आधारित धारावाहिक भारत एक खोज है
- जवाहरलाल नेहरू को भारत रत्न कब प्रदान किया गया था?
- जवाहरलाल नेहरू को भारत रत्न 1955 में प्रदान किया गया था।
- जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु कब हुई थी?
- जवाहरलाल नेहरू का निधन 27 मई 1964 दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
- जवाहरलाल नेहरू के समाधि स्थल को कहां है?
- जवाहरलाल नेहरू के समाधि स्थल शांति वन (गार्डन ऑफ पीस), दिल्ली है।
ये भी पढ़ें – अन्य संबंधित सुविचार
- अल्बर्ट आइंस्टाइन के अनमोल विचार
- अब्राहम लिंकन के अनमोल विचार
- स्टीव जॉब्स के सुविचार
- मान्यवर कांशीराम के सुविचार
- रवीन्द्र नाथ टैगोर के सुविचार
- दलाई लामा के सुविचार
- गुरु नानक देव जी के सुविचार
- महावीर स्वामी के सुविचार
- लाल बहादुर शास्त्री के सुविचार
- संत गाडगे बाबा के सुविचार
- सावित्री बाई फुले के सुविचार
- इंदिरा गांधी के सुविचार
- महात्मा ज्योतिबा फुले जी के अनमोल विचार
- डॉ.भीमराव अंबेडकर जी के अनमोल विचार
- पं. जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार
- स्वामी विवेकानंद जी के अनमोल विचार
- महावीर स्वामी के अनमोल विचार | Mahaveer Swami Quotes in Hindi
- छत्रपति शिवाजी महाराज के अनमोल विचार | Chhatrapati Shivaji Maharaj Quotes In Hindi
- शहीद भगत सिंह के अनमोल विचार | Shaheed Bhagat Singh Quotes In Hindi
- डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के अनमोल विचार | Dr.A.P.J.Abdul Kalam Quotes in Hindi
- महात्मा बुद्ध के 300+ अनमोल विचार | Mahatma Buddha Quotes in Hindi
- देशभक्ति सुविचार भाग–1 Patriotic Quotes in Hindi
- देशभक्ति सुविचार भाग–2 Patriotic Quotes in Hindi
- 26 नवंबर संविधान दिवस शायरी इन हिंदी | 26 November Constitution Day Shayari in Hindi
दोस्तों, Jawahar Lal Nehru Quotes in Hindi - जवाहर लाल नेहरू के अनमोल विचार पढ़कर आपको कैसा लगा ? हमें कमेंट में जरूर बताइए। अगर आपको अच्छी लगी हो, तो दूसरों को अपने परिवार जनों को जरुर शेयर कीजिए, ताकि वह भी इन्हें पढ़कर इनसे प्रेरणा प्राप्त कर सकें। इसी तरह की और सुविचार इन हिंदी Suvichar in Hindi पढ़ने के लिए आप हमारे ब्लॉग www.jannayak23.blogspot.com में नियमित रूप से विजिट करिए, ताकि इस तरह की और सुविचार इन हिंदी Suvichar in Hindi आपको पढ़ने को मिलती रहे। आप इस ब्लॉग में जुड़े आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आप अपनी जरूरत के हिसाब से ब्लॉग मेनू में जाकर कैटिगरीज में और भी अन्य चीजें देख सकते हैं, जो आपके लिए काफी मददगार हो सकता है। तो चलिए मिलते हैं, अगली किसी और महापुरुष के सुविचार इन हिंदी Suvichar in Hindi में, तब तक अपना ध्यान रखिए। खुश रहिए। पढ़ते रहिए। बढ़ते रहिए। धन्यवाद। ब्लॉग में प्रकाशित सामग्री इंटरनेट से प्राप्त व पूरी तरह से जांची परखी गई है। इसमें किसी भी तरह के बदलाव में ब्लॉग या एडमिन जिम्मेदार नहीं होगा।
You May Also Like
Loading...
Tags:
सुविचार